Haasya Kahaniya | हास्य कहानिया

थोडा मुस्कुरा लीजिये

दो भाई थे। एक की उम्र 8 साल दूसरे की 10 साल। दोनों बड़े ही शरारती थे। उनकी शैतानियों से पूरा मोहल्ला तंग आया हुआ था। माता-पिता रातदिन इसी चिन्ता में डूबे रहते कि आज पता नहीं वे दोनों क्या करें। एक दिन गांव में एक साधु आया। लोगों का कहना था कि बड़े ही …

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बरसात पैसों की

अरे तनेजा जी!…ये क्या?…मैँने सुना है कि आपकी पत्नि ने आपके ऊपर वित्तीय हिंसा का केस डाल दिया है…. हाँ यार!…सही सुना है तुमने मैँने लम्बी साँस लेते हुए कहा आखिर ऐसा हुआ क्या कि नौबत कोर्ट-कचहरी तक की आ गई?… यार!…होना क्या था?..एक दिन बीवी प्यार ही प्यार में मुझसे कहने लगी कि तुम्हें …

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नाम औ निशाँ

क्या हुआ तनेजा जी? सुना है कि आपने होटल वाली नौकरी छोड़ दी… अजी!..छोड़ कहाँ दी?…खुद ही निकाल दिया कम्बख्तमारों ने… खुद निकाल दिया?… आखिर ऐसी क्या अनहोनी घट गई कि उन्हें आपको नौकरी से निकालना पड़ गया?…. क्या बताऊँ शर्मा जी?…भलाई का ज़माना नहीं रहा…. आखिर हुआ क्या?… होना क्या था?…हमेशा की तरह उस …

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निचली मंजिल का घर

हम लोग कई महीनों से मकान बदलने का कार्यक्रम बना रहे थे पर मकान मिल ही नहीं रहा था। तभी खबर मिली कि यमुनापार एक नई कॉलोनी बनी है मयूर विहार, जहाँ आसानी से मकान मिल रहे हैं। एक रोज हम उस कॉलोनी में गए। प्रोपर्टी डीलर से मिले तो उसने हमें कई मकान दिखाए। …

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भोजनभट्ट जब रह गए भूखे

हमारी कंपनी के मैनेजर लुभायाराम राय यों तो बहुत डरपोक और संकोची आदमी थे, मगर खाने के मामले में और खासकर दूसरे की जेब के पैसे खर्च कराकर खाने के मामले में न उन्हें पेट फटने का डर सताता था, न संकोच होता था। इसीलिए हम उन्हें भोजनभट्ट कहते थे। जब भी हम लंच करने …

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एक अदद घोटाला

सदा की भाँति श्रीमती जी ने चाय का कप और अख़बार एक साथ थमाया। फिर, ख़ुद पास आकर बैठ गईं। चाय को मेज़ पर रख, मैंने अखबार को खोला। मुख्यपृष्ठ पर प्रकाशित एक ख़बर को पढ़कर चित्त उदास हो गया। दीर्घ निश्वास छोड़ी मैंने। पत्नी ने शंकित स्वर में पूछा, ‘‘क्या हुआ ? तबीयत तो …

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चूहे और सरकार

दोपहर तक यह बात एक समस्या के रूप में सचिवालय के सारे कॉरीडोरों में घूमने लगी कि दफ्तर में चूहे काफी हो गए हैं, क्या किया जाए ? ‘‘मेरी तो आधी रैक ही खा डाली।’’ ‘‘अरे तुम्हारी फाइलें तो चलो बाहर थीं। बेचारे दावत का माल समझकर कुतर गए होंगे। मेरी तो आलमारी में बंद …

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पति का मुरब्बा

यदि आपके पास पति है, तो कोई बात नहीं। न हो तो अच्छे, उत्तम कोटि के, तेज-तर्रार पति का चुनाव करें। क्योंकि जितना बढ़िया पति होगा, मुरब्बा भी उतना ही बढ़िया बनेगा। दागी पति कभी भी प्रयोग में न लाएँ। आवश्यकता से अधिक पके का चुनाव करने से भी मुरब्बा जल्दी खराब हो सकता है। …

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जैसे को तैसा

एक जमींदार के लिए उसके कुछ किसान एक भुना हुआ मुर्गा और एक बोतल फल का रस ले आए। जमींदार ने अपने नौकर को बुलाकर चीजें उनके घर ले जाने को कहा। नौकर एक चालाक, शरीर लड़का था। यह जानते हुए जमींदार ने उससे कहा, “देखो, उस कपड़े में जिंदा चिड़िया है और बोतल में …

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संता और सर्दी

एक बार संता को गांव का सरपंच बना दिया गया। गांव वालों ने सोचा कि छोरा पढ़ा-लिखा है, समझदार है, अगर ये सरपंच बन गया तो गांव की भलाई के लिए काम करेगा। मौसम बदला, सर्दियों के आने के महीने भर पहले गांव वालों ने संता से पूछा – सरपंच साहब इस बार सर्दी कितनी …

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